*ईश्वर चन्द्र भारद्वाज
बुधवार, 14 दिसंबर 2011
jindagee jeekar dekhen
*ईश्वर चन्द्र भारद्वाज
मंगलवार, 15 नवंबर 2011
doharaa charitra
रविवार, 18 सितंबर 2011
enjoy what u feel enjoying
शनिवार, 20 अगस्त 2011
they are what they don't seem
बुधवार, 17 अगस्त 2011
the govt.,the congress versus anna hajare
शुक्रवार, 22 जुलाई 2011
commenting people
शुक्रवार, 10 जून 2011
भ्रष्टाचार व गुंडागर्दी का खौफनाक चेहरा कितना बेखौफ हो गया.
गुरुवार, 26 मई 2011
स्वामी अग्निवेश का बडबोलापन
मंगलवार, 24 मई 2011
अधिग्रहण उपजाऊ जमीन का नहीं बेकार की जमीन का हो
सोमवार, 23 मई 2011
गिरता भूजल स्तर और सम्बंधित समस्याएँ
सोमवार, 16 मई 2011
जनता से नाईंसाफी और सरकारी मनमानी
रविवार, 15 मई 2011
पुराने व बेकार हो चुके रिवाजों को बदलें.
शनिवार, 14 मई 2011
जनता की शक्ति लो सलाम
अभीहाल में संपन्न विधानसभा चुनावों के नतीजे सामने आने के बाद यह बात तो स्पष्ट हो गयी है कि जनता अब अधिक देर तक चुनावी झुनझुने को सुनकर ही वोट नहीं देती है बल्कि अब वह मुद्दों के आधार पर पार्टियों को चुनाव में सत्तासीन भी कर देती है और अपनी अपेक्षा के अनुसार न चलने वाले राजनेताओं व उनकी पार्टी को सत्ता से बेदखल भी कर देती है। सत्ता में बैठे नेता इस भ्रम में अब न रहें कि एक बार उन्हें सत्ता में आने के मौका मिल गया तो उन्हें हटाने का काम असं नहीं है,क्योंकि अब जनमानस पहले जैसा भोला व किंकर्तव्यविमूढ़ नहीं रह गया है। जनता को चुनावी भाषण के रूप में गोली देकर पूरे पञ्च साल अपनी मर्जी चलने वाले राजनेताओं को अब चेत जाना चाहिए, वरना वे अपने राजनैतिक कैरियर दांव पर लगाने के लिए तैयार रहें। बिहार में लालू यादव से शुरू करके तमिलनाडू में करूणानिधि एंड कंपनी तथा पश्चिम बंगाल में और केरल में वाम मोर्चे तक चली जा रही यह परंपरा कांग्रेस को तो बहुत पहले से जला रही है। यही कारन है कि केंद्र में छोटे-छोटे राजनैतिक दलों की बैसाखियों के सहारे सरकार चलाने को मजबूर यह पार्टी राज्यों में उनकी पिछलग्गू बन कर रह गयी है। रामविलास जैसे अपने अहं के कारण जनता द्वारा नकारे जा चुके हैं। अब वे अपने राजनैतिक पुनर्वास की बात जोह रहे हैं।
(मेरा अन्य ब्लॉग है: parat dar parat )
सोमवार, 9 मई 2011
कानून सब के लिए बराबर लागू हो.
रविवार, 8 मई 2011
अनुपालन सभी नियमों का कराया जाना चाहिए
शनिवार, 7 मई 2011
रेल सड़क व वायु दुर्घटनाएँ
शुक्रवार, 6 मई 2011
राजनेता बनाम अधिकारी
गुरुवार, 5 मई 2011
कन्या भ्रूण हत्या के पैरोकारो ,जागो
अभीहाल में हरियाणा के भिवानी जिले में दो लड़कियों ने इतिहास रचते हुए कन्या भ्रूण हत्या करने वालों के मुंह पर तमाचा मारते हुए यह दिखा दिया है कि जरुरत पड़ने पर लड़कियां किसी भी तरह से लड़कों से कम नहीं होती। जो लोग उन्हें जन्म लेने से पहले ही पेट में ही मार देते हैं, उनको अपने इस तरह के कुकृत्यों पर पुनर्विचार करना चाहिए । किस्सा जिले के खपडवास गाँव का है जहाँ एक युवती ने अपने भावी दुल्हे व परिवार के सदस्यों की सहमति व सहयोग से घुडचढ़ी की और दुल्हे द्वारा किए जाने वाली सभी रस्में भी अदा की।वह मोनिका! तेरा जज्बा सलाम का हकदार है।
इसी प्रकार एक अन्य युवती ने अपने बीमार पिता को अपनी किडनी दान कर उसे डायलिसिस से छुटकारा दिलाकर सामान्य जीवन जीने का रास्ता दिया। इसा वीर वंदना की वंदना न सही मुक्त कंठ से प्रशंसा जितनी की जाए उतनी कम है। हर क्षेत्र में लड़कों के साथ आगे बढ़ने वाली ऐसी बहादुर लड़कियों को देखकर मन में अनायास ही प्रश्न उठता है कि भ्रूण हत्या करने वाले न जाने ऐसी कितनी बहादुर बेटियों को गर्भ से बाहर ही नहीं आने देते । ऐसे लोगों को अपने इस तरह के विचारों पर गंभीरता के साथ विचार करना चाहिए।
मेरा अन्य ब्लॉग है : parat dar parat
सोमवार, 2 मई 2011
अकेलेपन के शाप को बदलें वरदान में
शुक्रवार, 29 अप्रैल 2011
भ्रष्टाचार और नैतिकता
बुधवार, 27 अप्रैल 2011
प्रकृति के साथ मिलकर चलने में ही स्वास्थ्य है.
सोमवार, 25 अप्रैल 2011
जनता को सही अगुआ मिले तो..
रविवार, 24 अप्रैल 2011
मंगलवार, 19 अप्रैल 2011
नारी और समाज
शनिवार, 16 अप्रैल 2011
दिग्भ्रमित होती किशोरावस्था
गुरुवार, 14 अप्रैल 2011
हर घर की बीमारी
मंगलवार, 8 मार्च 2011
बातों बातों में मतलब हल
ईश्वर भारद्वाज (मेरा अन्य ब्लॉग है : parat dar parat)
मंगलवार, 1 मार्च 2011
मार्गदर्शक - लक्ष्य जो मैंने तय किए हैं
शैक्षणिक , सांस्कृतिक , खेल , साहित्यिक , सामाजिक , राजनैतिक , कैरियर , व्यवसायिक व कला आदि क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास के दृष्टिगत प्रतिभा का समग्र विकास
इसके लिए सभी साथ मिलकर अपनी अपनी सामर्थ्य के अनुसार योगदान करें
योगदान शारीरिक , मानसिक व आर्थिक हो सकता है
जो अनुभव हमने प्राप्त किया है , उसे नई पीढी के साथ बांटा जाए
इसके लिए
जहां भी जब भी अवसर मिले , इस बारे में विचार किया जाए
हम सब क्या कर सकते हैं , इस बारे में आपस में चर्चा की जाए
सुझावों पर विचार विमर्श करते हुए उन्हें लागू करने हेतु कदम उठाए जेम
बाल प्रतिभोम व युवाओं को नक़ल जैसी कुप्रवृति की हानियां समझाई जाएं
धन का लालच देकर नहीं , अपनी प्रतिभा के बल पर जीवन में प्रगति करने के लिए उन्हें प्रेरित किया जाए
आवश्यक सलाह व मार्गदर्शन दिया जाए
जहां हम पहुंचना चाहते थे पर किसी कारणवश नहीं पहुंच पाए, अपने अनुभवों के आधार पर नई पीढी को उनसे अवगत कराया जाए ताकि वे इसके प्रति सतर्क रहें और उन्हें लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता मिल सके
महिलओं को शिक्षित करने पर विशेष बल दिया जाए
प्रौढ़ शिक्षा में बढ़चढ़ कर योगदान किया जाए
स्वयं को दीनहीन समझाने की प्रवृति को दूर किया जाए
खेल प्रतिभोम का मार्गदर्शन किया जाए व यथासंभव सहायता की जाए खेल स्पर्द्धाएं आयोजित कराई जाएं
संस्कृतिक व साहित्यिक परिवेश में प्रतिभोम को प्रदर्शन का अवसर मिलाना चाहिए ; इसके लिए समग्र प्रयास किए जाएं
सामाजिक व राजनैतिक जागरूकता के लिए प्रतिभाओं को इस तरह जागरुक किया जाए कि सामाजिक व राजनैतिक प्रदूषण दूर किया जा सके
आर्थिक रूप से सुदृढ़ समाज प्रगति का सूचक मन जाता है ; इसके लिए कैरियर व व्यवसाय की दिशा में प्रतिभाओं का मार्गदर्शन किया जाए
किसी भी तरह की कला को प्रोत्साहित करने के लिए यथासंभव सहायता उपलब्ध करने हेतु योगदान किया जाए
संपर्क - सूत्र : ईश्वर भारद्वाज मो: 9355719445 ( हरियाणा ) , Email: bhardwajishwar001@gmail.com