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ishwar-bhardwaj
सोमवार, 8 सितंबर 2014
anushasana ke bina jeevan adhoora hai
अनुशासन अनुशासन है. इसे हलके में नहीं लिया जाना चाहिए। कुछ लोग इस सच्चाई से मुंह मोड़ने की कोशिश करते है की जो वो आज कर रहे हैं कल को वही उनके लिए दुर्गम्य बन जाता है।
शुक्रवार, 13 जून 2014
जो हो रहा है वह सही नहीं ,
जो सही है वह हो नहीं रहा
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मेरे बारे में
ishwar bhardwaj
i am a social worker for that i am a poet,a writer,a journalist,a freelancer, a stage performer,a linguistic
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