सोमवार, 9 मई 2011

कानून सब के लिए बराबर लागू हो.

हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कलानौर (रोहतक ) में ग्रामीणों की शिकायतों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। अच्छी बात है, एसा ही होना भी चाहिए। आजकल कानून का डर असर व रसूख वाले लोगों के मन से निकल सा गया लगता है। कलानौर कांड में भी ऐसा ही कुछ हुआ है। इसी तरह के अनेक वाकये होते जा रहे हैं। वारदात करने वाले आसानी से बच निकलते हैं, शायद यही वजह है कि अपराधों और अपराधियों पर लगाम नहीं लग पा रही है। मामला चाहे कानून तोड़ने का हो या किसी की जान लेने का। अपराधी बेखौफ नजर आते हैं। लेकिन हुड्डा जी का ध्यान इस बात की ओर भी दिलाना जरूरी है कि झूठे दहेज़ मामले में फंसाए जाने से आहत पानीपत के भाई-बहन ने आत्महत्या कर ली और पुलिस कार्रवाई से क्षुब्ध परिजनों ने अस्पताल के सामने कुछ देर के लिए रोड जाम कर दिया तो उनपर केस दर्ज करने की बात कही गयी,किन्तु कई दिन तक आरक्षण की मांग को लेकर प्रदेश के अधिकतर रोड जाम करने वालों पर उससे भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए थी जो नहीं हुई।

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