शनिवार, 9 जून 2012

भाजपा की अंतर्कलह
इन दिनों भारतीय जनता पार्टी में कांग्रेस जैसी अंतर्कलह चल रही है। कर्णाटक में पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा अपने बागी तेवरों से जहाँ हाईकमान को परेशान  किए हुए हैं, गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी हैसियत के बलबूते संजय जोशी जैसे स्तम्भ को पार्टी से निकलवाने में सफल रहे। राजस्थान में वसुंधरा राजे के बागी तेवरों पर भले ही काबू पलिया गया है, किन्तु आग  अभी भी सुलग रही है। इससे पहले महाराष्ट्र में गोपीनाथ मुंडे अपनी अलग डफली बजाते बजाते रह गए। एक अनुशासित पार्टी मानी जाने वाली पारी में आजकल उच्च स्तर पर चल रहे मतभेद भी किसी से छुपे नहीं हैं। राष्ट्रीय स्तर पर मुख्य विपक्षी पार्टी की भूमिका में नजर आने वाली इस पार्टी से जनता को बहुत उम्मीदें हैं। कांग्रेस नीत  संप्रग के विकल्प के रूप में जनता को भाजपा नीत  राजग अपनी आशाओं पर खरा उतरने वाला लगता है। लेकिन इसमें चल रही उठापटक व उच्च स्तर पर आई दरारें उनके मन में संशय पैदा कर रही हैं।
मेरा अन्य ब्लॉग है : parat dar parat

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