अभी हाल में बंगलादेश के साथ मैच शुरू होने से पहले अस्थाई कप्तान वीरेंदर सहवाग ने काफी हलके शब्दों में बंगालदेश की टीम को बेहद कमजोर टीम करार दिया और मैच के पहले ही दिन बंगलादेश के खिलाड़ियों नेआठ दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों को पैविलियन में वापस भेजकर बता दिया कि समय के साथ हमने भी सीख लिया है। इन पैविलियन लौटने वालों में स्वयं सहवाग भी थे। यह तो भला हो सचिन तेंदुलकर का जिसने अपने बल्ले से टीम की लाज रखा ली और टीम के बेहद लचर प्रदर्शन को कुछ हद तक सुधारा वरना तो जगहंसाई के साथ-साथ क्रिकेट जगत में कमाया नाम भी कलुषित हो जाने वाला था। अत: नजफगढ़ के नवाब सहित सभी क्रिकेटरों को जबान से कम बल्ले व गेंद से ज्यादा जौहर दिखाने चाहिएं । ठीक है न।
(मेरा अन्य ब्लॉग है : parat dar parat)
मंगलवार, 19 जनवरी 2010
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